जबलपुर: कचरा परिवहन में बड़ा घोटाला, जाली नोटशीट से लाखों का भुगतान, दो अधिकारी फंसे

आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) में एफआईआर दर्ज, नगर निगम के दो अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का केस
जबलपुर – नगर निगम में सफाई ठेके से जुड़े एक बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है। जाली नोटशीट के जरिए शासन को लाखों रुपये का चूना लगाया गया। इस मामले में जबलपुर नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी विनोद श्रीवास्तव, सहायक स्वास्थ्य अधिकारी अनिल जैन और रानीताल सफाई समिति अध्यक्ष हेमंत करसा के खिलाफ आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) ने मामला दर्ज किया है। आरोपियों पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम सहित अन्य धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है। जबलपुर: कचरा परिवहन में बड़ा घोटाला, जाली नोटशीट से लाखों का भुगतान, दो अधिकारी फंसे
कैसे हुआ घोटाला?
✅ फर्जी बिल के जरिए किया घपला
- सफाई ठेका समिति ने 14.07 लाख रुपये का बिल प्रस्तुत किया।
- अधिकारियों ने जांच के बाद इसे 6.04 लाख रुपये तक संशोधित कर दिया।
- लेकिन भुगतान के समय वास्तविक नोटशीट गायब कर दी गई और उसकी जगह 13.17 लाख रुपये की जाली नोटशीट लगा दी गई।
- इसके आधार पर समिति को गलत तरीके से 8.20 लाख रुपये अधिक का भुगतान किया गया।
✅ सरकारी धन का दुरुपयोग
- यह घोटाला नगर निगम के वार्ड क्रमांक 8 में हुआ।
- आरोपियों ने मिलकर शासन को लाखों का नुकसान पहुंचाया। जबलपुर: कचरा परिवहन में बड़ा घोटाला, जाली नोटशीट से लाखों का भुगतान, दो अधिकारी फंसे
पुलिस जांच और कड़ी कार्रवाई
– ईओडब्ल्यू ने तीनों आरोपियों पर केस दर्ज किया है।
– भ्रष्टाचार में शामिल अन्य लोगों की भी जांच की जा रही है।
– जल्द ही और गिरफ्तारी संभव। जबलपुर: कचरा परिवहन में बड़ा घोटाला, जाली नोटशीट से लाखों का भुगतान, दो अधिकारी फंसे









